Monthly Archives :

January 2021

रिश्ते निभाएं कैसे दिलों में है बरहमी 150 150 Ramesh Kamal

रिश्ते निभाएं कैसे दिलों में है बरहमी

रिश्ते निभाएं कैसे दिलों में है बरहमी मय्यत निहारने की इजाज़त नहीं मिली   मरघट सी खामुशी है हर इक शहर में अभी बाहर वबा का खौफ़ है कमरों में…

read more
दाल रोटी और दवाई के सिवा क्या चाहिए      150 150 Ramesh Kamal

दाल रोटी और दवाई के सिवा क्या चाहिए     

दाल रोटी और दवाई के सिवा क्या चाहिए लॉक डाउन में मेरे भाई भला क्या चाहिए   शर्ट टाई पैंट पहने कोई अब फ़ुर्सत कहाँ अब नहाना खाना सोना है…

read more
बेटी पर सख्ती, बेटे को मस्ती के अधिकार मिले 150 150 Ramesh Kamal

बेटी पर सख्ती, बेटे को मस्ती के अधिकार मिले

बेटी पर सख्ती, बेटे को मस्ती के अधिकार मिले नगर नगर कस्बों गाँवों को सीख में ये उपहार मिले   बालिग़ नाबालिग़ सब वहशी, तल्बा ज़ुल्म के मकतब के औरत…

read more
तुम्हारे लफ़्ज़ों को भावनाओं की पालकी में बिठा रहा हूँ 150 150 Ramesh Kamal

तुम्हारे लफ़्ज़ों को भावनाओं की पालकी में बिठा रहा हूँ

तुम्हारे लफ़्ज़ों को भावनाओं की पालकी में बिठा रहा हूँ दिले- हज़ीं में मची है हलचल मैं आँसुओं को छुपा रहा हूँ   तुम्हारी पलकें झुकी हुई हैं तुम्हारे लब…

read more
मुँह  पे गमछा बाँधने की ठान ली    150 150 Ramesh Kamal

मुँह  पे गमछा बाँधने की ठान ली   

मुँह  पे गमछा बाँधने की ठान ली गाँव ने दो गज़ की दूरी मान  ली   आपदाओं में भी अवसर खोजना यह कला भी देश ने पहचान ली   मास्क,…

read more
गमले में तुलसी जैसी उगाई है ज़िन्दगी 150 150 Ramesh Kamal

गमले में तुलसी जैसी उगाई है ज़िन्दगी

गमले में तुलसी जैसी उगाई है ज़िन्दगी पूजा है, अर्चना है, दवाई है ज़िन्दगी   किस ने कहा कि रास न आई है जिंदगी हद दर्ज़ा सादगी से निभाई है…

read more
मसअला मुल्क का हल हो ये कहाँ मुमकिन है 150 150 Ramesh Kamal

मसअला मुल्क का हल हो ये कहाँ मुमकिन है

मसअला मुल्क का हल हो ये कहाँ मुमकिन है घर ग़रीबों का महल हो ये कहाँ मुमकिन है   शोख़ अदाओं का न छल हो ये कहाँ मुमकिन है उनके…

read more
इस दौर के भारत का  अंदाज़ अनूठा है 150 150 Ramesh Kamal

इस दौर के भारत का  अंदाज़ अनूठा है

इस दौर के भारत का  अंदाज़ अनूठा है अब रिश्ता अदालत का इंसाफ़ से टूटा है   जो बात नहीं शामिल क़ानूनी मसौदे में उस पर ही सियासत ने इस…

read more