अमृत महोत्सव की ग़ज़लें
अमृत महोत्सव की ग़ज़लें https://rameshkanwal.com/wp-content/themes/blade/images/empty/thumbnail.jpg 150 150 Ramesh Kamal https://secure.gravatar.com/avatar/9b11e7763a488cd6e6f39e1e0a2f9402?s=96&d=mm&r=g75 रदीफ़ों में ताबिंदा ग़ज़लों का सम्पादन – रमेश ‘कँवल स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है | विकसित भारत ,गुलामी के प्रतीक अंशों से मुक्ति, अपनी…