• January 2, 2020

नुक़रई उजाले पर सुरमई अंधेरा है

नुक़रई उजाले पर सुरमई अंधेरा है

नुक़रई उजाले पर सुरमई अंधेरा है 150 150 rorrimradmin

नुक़रई उजाले पर सुरमई अंधेरा है
यानी मेरी क़िस्मत को गर्दिशों ने घेरा है

वक़्त ने जुदाई के ज़ख़्म भर दिए लेकिन
ज़ख़्म की कहानी भी वक़्त का ही फेरा है

टूटते बिखरते इन हौसलों को समझाओ
उलझनों की शाख़ों पर लज़्ज़तों का डेरा है

आने वाला सन्नाटा मस्तियाँ उड़ा देगा
नागिनो! सँभल जाओ सामने सपेरा है