• January 2, 2020

ज़िंदगी इन दिनों उदास कहाँ

ज़िंदगी इन दिनों उदास कहाँ

ज़िंदगी इन दिनों उदास कहाँ 150 150 rorrimradmin

ज़िंदगी इन दिनों उदास कहाँ
तुझ से मिलने की दिल में आस कहाँ

मौसमों में गुलों की बास कहाँ
मुफ़्लिसी मेरी ख़ुश-लिबास कहाँ

लॉन से फूल पतियाँ ओझल
तेरी यादों की नर्म घास कहाँ

रतजगा फूल तारे चाँद हुआ
नींद बिस्तर के आस-पास कहाँ